‘बुनावट’ शब्द ‘बुन’ क्रिया में ‘आवट’ प्रत्यय जोड़ने से बनता है। इसी प्रकार नुकीला, दबाव, घिसाई भी मूल शब्द में विभिन्न प्रत्यय जोड़ने से बने हैं। इन चारों शब्दों में प्रत्ययों को पहचानो और उनसे तीन-तीन शब्द और बनाओ। इन शब्दों का वाक्यों में भी प्रयोग करो-
बुन + आवट – बुनावट
ऐसे तीन और शब्द-
लिखावट – स्कूल में तुम्हारी लिखावट बहुत अच्छी थी।
रुकावट – कठिन काम करने में रुकावट जरूर आती है।
सजावट – ऑफिस की सजावट बहुत अच्छी है।
नोक + ईला - नुकीला
ऐसे तीन और शब्द-
पथरीला – राम के गांव में घर से स्कूल तक का रास्ता पथरीला है।
चमकीला – ऑफिस में वह लड़की चमकीला कपड़ा पहनकर आई थी।
भड़कीला – भड़कीले कपड़े ऑफिस में पहनकर नहीं आना चाहिए।
दब + आव - दबाव
ऐसे तीन और शब्द-
बहाव – नदी में उस तरफ मत जाना, पानी का बहाव तेज है।
ठहराव – एक उम्र के बाद जिंदगी में ठहराव आ ही जाता है।
जमाव – सड़क पर लोगों का जमाव कैसे?
घिस + आई - घिसाई
ऐसे तीन और शब्द-
लिखाई – उसकी लिखाई नहीं अच्छी है।
पिसाई – मसालों की पिसाई बाजार में एक ही दुकान में होती है।
रिहाई – बॉलीवुड एक्टर राजपाल यादव की जेल से रिहाई इस साल फरवरी के आखिर में हो गई थी।